विद्यार्थी मित्रों, प्रथम वार्षिक परीक्षा की तैयारी शुरू करें। व्याकरण में निम्नलिखित 11 कहावतें व उनका अर्थ तैयार करें। कल हम मुहावरों की चर्चा करेंगे, जिसमें आपको 30 मुहावरे तैयार करने हैं। आपको एक व्याकरण का नोट बनाना है। उसमें व्याकरण के विभिन्न विभागों के लिए जैसे कि कहावतें, मुहावरे, भाववाचक संज्ञा, विशेषण,विरोधी शब्द, शब्द समूह के लिए एक शब्द, लिंग पहचान, लिंग परिवर्तन इत्यादि के बारे में लिखना है।
कहावतें |
1 अंत भले का भला
अर्थ: अच्छे काम का परिणाम अच्छा होता है।
2 अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा
अर्थ: अयोग्य शासक के कारण कुप्रशासन।
3 आंख का अंधा नाम नयनसुख
अर्थ: गुणों के विरुद्ध नाम होना।
4 एक पंथ दो काज
अर्थ: एक साधन से दो काम होना।
5 कंगाली में आटा गीला
अर्थ: मुसीबत में और मुसीबत आना।
6 कहां राजा भोज कहां गंगू तैली
अर्थ: दो व्यक्तियों की स्थिति में अंतर होना।
7 घर की मुर्गी दाल बराबर
अर्थ: आसानी से प्राप्त हुई वस्तु को अधिक महत्व नहीं दिया जाता।
8 चार दिनों की चांदनी फिर अंधेरी रात
अर्थ: थोड़े समय का सूख।
9 नाम बड़े दर्शन छोटे
अर्थ: प्रसिद्धि अधिक किंतु तत्व कुछ भी नहीं।
10 नाच न जाने आंगन टेढ़ा
अर्थ: गुण न होने पर बहाना बनाना या दूसरों को दोष देना।
11 मन चंगा तो कठौती में गंगा
अर्थ: ह्दय की पवित्रता हो तो घर में ही तीर्थयात्रा का लाभ मिल सकता है।