रूमी की कविता...
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'जैसे ही मैंने अपनी पहली प्रेम कहानी सुनी,
मैंने तुम्हें ढूंढना शुरू कर दिया,
बिना यह जाने कि वह खोज कितनी अंधी थी
प्रेमियों का कहीं मिलन नहीं होता
वे तो हमेशा एक-दूसरे के भीतर होते हैं।'
'आपका काम प्रेम को खोजना नहीं है
आपका काम है अपने भीतर के उन तमाम रुकावटों का पता लगाना
जो आपने इसके रास्ते में खड़ी कर रखी हैं।'
'अपनी चतुराई को बेच दो और हैरानी खरीद लो।'
'सुरक्षा को भूल जाओ,
वहां रहो, जहां रहने में आपको डर लगता है,
अपनी प्रतिष्ठा को मिटा दो,
बदनाम हो जाओ।'
'दूसरों के साथ क्या हुआ,
इन कहानियों से संतुष्ट मत हो जाओ।
अपने भ्रम को खुद ही दूर करो।'
'मौन ही ईश्वर की भाषा है,
बाकी सब तो उसका एक बेकार सा अनुवाद है।'
'जो भी आए, उसका आभार मानो क्योंकि हर किसी को एक मार्गदर्शक के रूप में भेजा गया है।'
'अपनी आंखों को शुद्ध करो और इस निर्मल दुनिया को देखो। आपका जीवन कांतिमान हो जाएगा।'
'आपका जन्म पंखों के साथ हुआ है, फिर जीवन भर रेंगने की क्या जरूरत!'
'खटखटाओ और वह दरवाजा खोल देगा,
मिट जाओ, वह आपको इतना चमकदार बना देगा जैसे सूर्य,
गिर जाओ, वह आपको स्वर्ग तक उठा देगा,
तुच्छ हो जाओ, वह आपको सब कुछ बना देगा।'
'आप समंदर में एक बूंद की तरह नहीं हो, आप तो एक बूंद में पूरे समंदर हो।
पिघलते हुए बर्फ की तरह बनो,
खुद को खुद से ही धोते रहो।'
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